दिवाली (Diwlai) और धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है लेकिन दिवाली से पहले पुष्य नक्षत्र का पड़ना शुभ फलदायी माना जा रहा है.शास्त्रों में पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ नक्षत्र बताया है पुष्य नक्षत्र में कार्य करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र (pushya nakshatra 2021) को नक्षत्रों का राजा कहा जाता है नक्षत्रों की संख्या 27 बताई गई है. इस नक्षत्र को 8वां नक्षत्र माना गया है. पुष्य नक्षत्र को तिष्य और अमरेज्य भी कहा जाता है. तिष्य का अर्थ मंगल प्रदान करने वाला नक्षत्र वहीं अमरेज्य का अर्थ देवताओं के द्वारा पूज्य नक्षत्र. 677 साल के बाद गुरुवार को पुष्य नक्षत्र आने से अनोखा संयोग बना है. पुष्य नक्षत्र पर सोना-चांदी खरीदने से सुख-समृद्धि का आगमन होता है.
आज के दिन सोना-चांदी खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है .अगर आप घर बैठे गुरु-पुष्य नक्षत्र पर सोना खरीदना चाहते हैं तो बेहतरीन मौका भी है. आप आज ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेश कर सकते RBI ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए 4,765 रुपये प्रति ग्राम का भाव तय किया है. ऑनलाइन अप्लाई करने और डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रुपये का डिस्का.
पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं और देवता देव गुरु बृहस्पति हैं. विशेष बात ये हैं कि ये दोनो ही ग्रह मकर राशि में विराजमान हैं. यानि मकर राशि में शनि और गुरु की युति बनी हुई है. इसके साथ पुष्य नक्षत्र गुरुवार के दिन पड़ रहा है. इसलिए इसे गुरु पुष्य नक्षत्र भी कहा जाता है. ऐसा संयोग 677 साल बाद बन रहा है.
साल 2015 से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश का विकल्प आया है. यह आरबीआई जारी करता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम एक ग्राम सोने की खरीदारी की जा सकती. अगर फायदे की बात करें तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज भी मिलता है. गोल्ड बॉन्ड में न्यूनतम एक ग्राम सोना का निवेश किया जा सकता है.