पिछले कुछ समय से बुलडोजर शब्द सुनते ही लोगों के जहन में बदमाशों और माफियाओं के अवैध निर्माण नेस्तनाबूद होती तस्वीरें उभरती हैं. लेकिन, बुलडोजर का एक अनूठा इस्तेमाल भी हो सकता है, यह बैतूल के एक दूल्हे ने सबको बता दिया. इस दूल्हे ने बैलगाड़ी, घोड़ी या बग्घी की जगह बुलडोजर पर बारात निकाली. इसे देखकर लोग भी दंग रह गए. पेशे से इंजीनियर दूल्हे ने इसका पूरा आनंद उठाया. अब सोशल मीडिया पर यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है
मध्य प्रदेश के बैतूल में एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. जहां पर सिविल इंजीनियर दूल्हा घोड़ी पर नहीं बुलडोजर पर बैठकर आया. अपनी शादी को यादगार बनाने का ये नायाब तरीका सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. दरअसल दूल्हा अंकुश जायसवाल पेशे से सिविल इंजीनियर है और टाटा कंसल्टेंसी में काम करते हैं. वो इन दिनों मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.
अंकुर की शादी बैतूल के पाढर निवासी स्वाति मालवीय से हुई. मंगलवार को अंकुश दूल्हन को लेने बुलडोजर लेकर उसके घर पहुंचे. अंकुर के दोस्तों ने इस बारात को खूब एन्जॉय किया. बारात घर से हनुमान मंदिर तक पहुंची इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी लोग अपने मोबाइल से नजारे को कैद करने लगे.
बुलडोजर वाले इस नाचते-गाते दूल्हे की तस्वीर सामने आई है मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के केरपानी गांव से. यहां पेशे से इंजीनियर अंकुश जैसवाल की शादी थी. वर निकासी के समय अंकुश के घर के सामने बुलडोज़र देख पहले तो लोग काफी घबरा गए. वे सोच ही रहे थे कि आखिर शादी वाले घर मे बुलडोज़र का क्या काम लेकिन, कुछ ही देर में हुई वर निकासी के समय सारे किंतु-परन्तु का जवाब मिल गया. दूल्हा अंकुश खुद सजे-धजे बुलडोज़र में बैठकर बारात लेकर निकला.
अंकुश का कहना है कि वो पेशे से सिविल इंजीनियर हैं उनका हमेशा से सपना था कि वो घोड़ी पर नहीं बल्कि जेसीबी मशीन पर बैठकर अपनी दुल्हन लेने जांए. शुरुआत में परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे पर वो बाद में मान गए. बुलडोजर पर बारात निकलने से उनकी शादी यादगार हो गई.
बारात के लिए बुलडोज़र को भी अच्छी तरह से सजाया गया था. बुलडोज़र पर अंकुश के साथ उनकी बहनें और भांजे-भांजियाँ भी बैठे नजर आए.अंकुश ने बुलडोज़र पर बैठकर डांस भी किया और जमकर मस्ती करते दिखे. बैतूल के केरपानी गांव के निवासी पेशे से इंजीनियर हैं. अंकुश ने तोड़फोड़ के लिए विख्यात बुलडोज़र को पहली बार इतना सम्मान दिलाया है.