ऐसी बहुत सी शादियां है जो सुर्खियों में छाई रहती हैं। दरअसल, लोग अपनी शादियों को यादगार बनाने के लिए खूब पैसा खर्च करते हैं। हर कोई चाहता है कि उसकी शादी लोग हमेशा याद रखें परंतु एक बेटी के पिता के सामने सबसे बड़ी समस्या दहेज है। दहेज लेना और देना देश के लिए एक काफी गंभीर समस्या बन चुकी है। हमारा देश लगातार तरक्की कर रहा है परंतु देश के अंदर कुछ कमियां भी हैं, जिसके कारण हमारा देश अंदर ही अंदर से खराब होता जा रहा है। आप लोगों ने ऐसी बहुत सी खबरें सुनी होंगी कि कम दहेज लाने के चक्कर में ससुराल वालों ने बहू को पीटा या फिर बहू को घर से निकाल दिया। आए दिन ऐसी खबरें सुर्खियों में बनी रहती हैं परंतु आज हम आपको एक ऐसी शादी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो पूरे समाज के लिए एक मिसाल साबित हुई है।
दरअसल, हरियाणा की एक शादी सुर्खियों में छाई हुई है। सभी लोग इस शादी की खूब प्रशंसा कर रहे हैं। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि इस शादी में दूल्हे ने मात्र ₹1 लेकर विवाह किया है। इस शादी में कोई भी फिजूलखर्ची नहीं की गई। यह शादी बिल्कुल साधारण शादी थी। बेहद शांति से दूल्हा कुछ रिश्तेदारों के संग बारात लेकर आया और शादी समारोह में शामिल हुआ।
आपको बता दें कि हरियाणा के सिरसा स्थित आदमपुर इलाके में हुई यह शादी पूरे समाज के लिए एक मिसाल बन कर सामने आई है। दूल्हा जिसका नाम बलेंद्र है, उसने शादी से पहले अपनी शर्त रख दी थी कि वह ना तो दहेज लेगा और ना ही किसी तरह की फिजूलखर्ची को बढ़ावा देगा। दूल्हे ने यह पहले ही साफ कर दिया था कि वह फालतू की रस्मों में कोई भी फिजूलखर्ची नहीं करेगा। दूल्हे ने यहां तक कहा था कि उन्होंने अपनी लड़की दे दी है, यही बहुत है। इस पर दुल्हन कांता और उनके परिजन सहमत हो गए थे। सबसे पहले तो दुल्हन के परिजन दूल्हे को 4 करोड़ रुपए दहेज के रूप में देने वाले थे परंतु दूल्हा बलेंद्र ने भेंट के रूप में मात्र ₹1 और नारियल स्वीकार किया और बिना किसी बैंड बाजे के साथ शांतिपूर्वक बारात लेकर आया।
वहां पर मौजूद स्थानीय लोगों ने दूल्हे की जमकर तारीफ की और ऐसा कहा कि अगर सबकी सोच इसी तरह हो जाए तो हालात में सुधार आ जाएगा और बेटियों की शिक्षा पर भी ध्यान दिया जा सकता है।