आपको जानकारी दे दिया जाए कि बिहार के गया जिले में एक शादी के कार्ड की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होती नज़र आ रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कार्ड में शादी में आने वाले लोगों के लिए स्पष्ट निर्देश लिखा हुआ नज़र आया कि वे शादी में शराब पीकर या हथियार लेकर नहीं आ सकते हैं। आपको बता दे दरअसल, जिले के गेवालबीघा मोहल्ला निवासी भोला यादव जो एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में नज़र आते हैं, वे अपनी बेटी की शादी के कार्ड में शराब पीकर आना सख्त मना करते हुए नज़र आते हैं, लिखवा कर सुर्खियां बटोर रहे हैं।
आपको बता दिया जाए कि 16 फरवरी को उनकी बेटी की शादी थी। ऐसे में उन्होंने शादी के कार्ड पर यह निर्देश छपवाया है कि शस्त्र लेकर समारोह में आने पर मेहमानों को एंट्री बिल्कुल भी नहीं मिल सकती हैं। आपको बता दे वहीं, राज्य में लागू शराबबंदी कानून को ध्यान में रखते हुए उन्होंने लोगों से शराब पीकर ना आने को भी कहा है। इस संबंध में उन्होंने लिखकर बताया, ” मेरी पहली बेटी की शादी होने वाली है, अतिथियों को फोन पर भी इसकी जानकारी देने के साथ-साथ आमंत्रण पत्र भी भेजा जा चुका है।”
उन्होंने लिखकर सभी को बताया है कि, ” दहेज मुक्त शादी हो रही हैं। ऐसे में जिस अतिथि के पास लाइसेंसी शस्त्र मौजूद हैं, वह उसे अपने वाहन में रख कर ही शादी समारोह में शामिल हों।” भोला की मानें तो वे नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान से काफी प्रभावित होते दिखाई दिए है। उससे ही उन्हें ये प्रेरणा मिलती नज़र आई है कि किसी भी शादी समारोह या अन्य पार्टियों में शराब पीकर जाना यह उचित नहीं समझते हैं और न हीं यह कोई शान की बात है। जानकारी दे दी जाए कि शादी समारोह में पारिवारिक माहौल होता है और ऐसे में शस्त्र या शराब का कोई औचित्य नहीं है।
आपको बता दिया जाए कि भोला यादव की पत्नी खुलासा करते हुए बताती हैं कि शराबबंदी से महिलाओं को सबसे ज्यादा लाभ हुआ है। चूंकी घर में शराबी होते हैं तो महिलाएं ही ज्यादा भुगतती नज़र आती हैं। इसके साथ ही परिवार व बच्चों में भी एक खराब संदेश जाता है। आपको बता दिया जाए कि इधर, गया उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश ने भी खुलासा करते हुए बताया कि शादी समारोह में इस तरह का संदेश आमंत्रण पत्र पर छपवाकर लोगों को देना सराहनीय पहल है और समाज में एक अच्छा संदेश दिया गया है।