देश में अब ये हाल है कि सरकार आपकी बात सुने ना सुने, लोगों के महीसा बने सोनू सूद किसी को निराश नहीं करते. वो सबकी सुनते हैं. हर तरह से मदद करते हैं. सोनू सूद ने एक बार फिर बता दिया कि वो असल मायनों में लोगों के महीसा और मददगार हैं. तभी तो सोनू ने बिहार के सोनू कुमार की फरियाद सुनी और उन्हें पढ़ने लिखने का सुनहरा मौका दिया. बताते हैं पूरा माजरा.
सोशल मीडिया पर इन दिनों बिहार के सोनू की खूब चर्चाएं हो रही है. 11 साल का मासूम ने सीएम नीतीश कुमार से अपनी पढ़ाई को लेकर गुहार लगाई थी. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो कोरो महा के दौरान हजारों के मसीहा बने बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने नन्हें सोनू के लिए मदद के हाथ बढ़ाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सोनू का स्कूल में एडमिशन ही नहीं बल्कि रहने के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था भी हो गई है.
बिहार के 11 साल के सोनू का हर कोई फैन हो गया है। सवालों के जवाब देने के तरीके और उनकी प्रतिभा का हर कोई मुरीद हो गया है। बिहार के सोनू ने तेज प्रताप यादव को दो टूक जवाब देने के बाद बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सोनू सूद को करारा जवाब दिया है। अभिनेता सोनू सूद ने 11 साल के सोनू का दाखिला बिहटा के निजी स्कूल में करवाने की बात कही थी। इसके जवाब में सोनू ने कहा कि यदि सीएम नीतीश कुमार किसी बढ़िया स्कूल में मेरा एडमिशन नहीं करवाते हैं तब वे सोनू सूद का दरवाजा खटखटाएंगे।
लोगों के लिए मसीहा बनें सोनू सूद ने बिहार के नन्हें सोनू कुमार के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं. बॉलीवुड एक्टर ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है, जिसके बाद एक बार फिर से सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है. सोनू सूद ने ट्वीट किया और लिखा- ‘सोनू ने सोनू की सुन ली भाई. स्कूल का बस्ता बांधिए. आपकी पूरी शिक्षा और हॉस्टल की व्यवस्था हो गई है’. सोनू ने अपने ट्वीट में ये भी बताया कि सोनू का एडमिशन Ideal International Public School BIHTA (Patna) में करवाया गया है.
आपको बता दें कि 11 साल का सोनू, बिहार में नालंदा जिले के नीमा कौल गांव का रहने वाला है. सोनू ने 14 मई को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर अपनी पढ़ाई का बंदोबस्त कराने की अपील की थी. ये वहीं सोनू हैं, जिसने आरजेडी नेता और हसनपुर से विधायक तेज प्रताप यादव से वीडियो कॉल पर बताया था कि वो आईएएस बनना चाहता है, लेकिन उनके (तेज प्रताप) या किसी के अंडर में काम नहीं करेगा. बेबाकी से अपनी बात रखने वाले 11 साल के सोनू अपने पिता के शब पीने की लत से परेशान है. उसने बताया था कि वह पढ़ना चाहता है और उसके पिता दही बेचने का काम करते हैं, लेकिन जो पैसा कमाते हैं वो शराब में लुटा देते हैं, जिस वजह से उसे स्कूल पढ़ने में दिक्कत हो रही है.